Саагара Пран Таламалала - Saagara Pran Talamalala
Эта статья не цитировать любой источники.Май 2009 г.) (Узнайте, как и когда удалить этот шаблон сообщения) ( |
Не маджаси не парат маатрубхумила, Саагара Пран Таламалала это Маратхи патриотическая песня на стихотворение автора Винаяк Дамодар Саваркар.
Спектакль
Оригинальная музыка была написана Пандитом. Хридайнатх Мангешкар (पं. हृदयनाथ मंगेशकर). Это было записано им и Lata, Уша и Мина Мангешкар.
Текст песни
ने मजसी नेपरत मातृभूमीलासागरा प्राण तळमळलातळमळला सागरा सागराने मजसी ने (...) भूमातेच्या चरणतला तुज धूतामी नित्य पाहिला होतामज वदलासी जाऊसृष्टिची विविधता पाहूतैं जननीहृद् विरहशंकितहि झालेपरि तुवां तिज दिधलेमार्गज्ञ स्वये मीच पृष्ठि वाहीनत्वरित परत आणीनविश्वसलो तव वचनी मीजगद्नुभवयोगे बनुनी मीतव अधिक शक्ती उद्धरणी मीयेईन त्वरे कथुनि सोडिले सागरा सागराने ने (...) शुक पंजरि वा हरिण शिरावा झाली तैशीभूविरह कसा सतत साहु या पुढतीदशदिशा तमोमय मी मी वेचियली या भावेकी तिने सुगंधा व्यय तिच्या हो साचाहा व्यर्थ भार विद्येचाती आम्रवृक्षवत्सलता रेनवकुसुमयुता त्या सुलता रेतो बाल गुलाबहि आता रेफुलबाग मला हाय प्राण तळमळलातळमळला सागराने मजसी ने (...) नभि नक्षत्रे बहुत एक परि प्यारामज भरतभूमिचा ताराप्रासाद इथे भव्य भारीआईची झोपडी प्यारीतिजवीण नको राज्य साचावनवास जरि वनिचाभुलविणे व्यर्थ हे आता रेबहु जिवलग गमते चित्ता रेतुज सरित्पते जी सरिता रेत्वद्विरहाची शपथ घालितो तुजलासागरा प्राण तळमळलातळमळला सागरा सागराने मजसी ने (...) या फेनमिषें हससि भंगिसी ऐसात्वत्स्वामित्वा सांप्रत जी मिरवीतेभिऊनि का म्हणुनि फसवीसीमज विवासनाते देशीतरि आंग्लभूमी भयभीता रेअबला ही माता रेकथिल हे अगस्तिस आता आचमनी एक तुज प्यालासागरा प्राण तळमळलातळमळला सागरासागरा सागरा सागरा सागरा